क्रिया विशेषण अव्यय की परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

आज इस आर्टिकल में हम के बारे में बात करने वाले हैं, यह अव्यय का एक महत्वपूर्ण भाग है तथा आपकी परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है अतः हम आपको क्रिया विशेषण अव्यय की परिभाषा, भेद तथा उदाहरण के बारे में पढ़ेंगे।

क्रिया विशेषण अव्यय की परिभाषा

वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे शब्द जो वाक्य की क्रिया की विशेषता के बारे में बताता है तथा क्रिया को योग्य बनाता है,  क्रिया विशेषण अव्यय कहलाते हैं।

जैसे – मधुर, धीरे से, शानदार, जल्दी, तेज, कम इत्यादि।

उदाहरण –

रोहित बहुत तेज दौड़ता है।

रमेश बहुत अधिक पढ़ता है।

विग्नेश अच्छा गाता है।

क्रिया विशेषण अव्यय के प्रकार

क्रिया विशेषण अव्यय को तीन प्रकार से परिभाषित किया गया है जो कि आप निम्नलिखित देख सकते हैं-

अर्थ के आधार पर क्रिया

प्रयोग के आधार पर

रूप के आधार पर

1. अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण अव्यय को पॉंच भागों में विभाजित किया गया है जो कि निम्नलिखित हैं-

1. कालवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे अव्यय जो क्रिया होने के समय का बोध कराते हैं कालवाचक क्रिया विशेषण अव्यय कहलाते हैं।

उदाहरण –

तुम कल स्कूल क्यों नहीं आये थे।

वह यहाँ से दो घंटे पहले ही निकल गया था।

उसका कॉलेज कल से सुरु होने वाला है।

कालवाचक क्रिया विशेषण को तीन प्रकार से विभाजित किया गया है-

समय वाचक :- तुरंत, आज, अभी, कल

बारबारता वाचक :- कई बार, हर बार

अवधि वाचक :- दिन भर, रात भर, आजकल

2. परिमाणवाचक क्रिया विशेषण

वाक्य में प्रयुक्त होने वाले ऐसे अव्यय जो क्रिया के बारे में परिमाण अथवा मात्रा का बोध कराते हैं, परिमाणवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं।

उदाहरण –

राहुल अपनी क्लास में सबसे अधिक नम्बर लाता है।

वह प्रतिदिन एक लीटर दूध पीता है।

रमन प्रतिदिन दो अंडे खाता है।

3. प्रश्नवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे अव्यय जिनसे किसी वाक्य में प्रश्न होने का बोध होता है प्रश्नवाचक क्रिया विशेषण अव्यय कहलाते हैं।

उदाहरण –

क्या तुम क्रिकेट मैच देखने पसन्द करते हो।

तुम्हारे पास कौन सा फोन है।

तुम क्या खाना पसंद करोगे।

4. रितिवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे अव्यय जो वाक्यो में क्रिया के किसी काम के तरीके को दर्शाते हैं, रितिवाचक क्रिया विशेषण अव्यय कहलाते हैं।

उदाहरण –

तुम्हे खुशी खुशी अपना कार्य पूरा करना चाहिए।

तुम्हे अपने कार्य के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

5. स्थानवाचक क्रिया विशेषण

स्थानवाचक क्रिया विशेषण अव्यय क्रिया होने वाली जगह के बारे में जानकारी देता है।

उदाहरण –

आज स्कूल के पास बहुत तेज बारिश हुई।

पूरा खाना आलमारी में रखा हुआ है।

मैं बाजार से फल लाया था।

2. प्रयोग के आधार पर

प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण अव्यय को तीन भागों में विभाजित किया गया है –

साधारण क्रिया विशेषण 

संयोजक क्रिया विशेषण 

अनुबद्ध क्रिया विशेषण

1. साधारण क्रिया विशेषण 

ऐसे अव्यय जो वाक्य में क्रिया की विशेषता बताने के लिए साधारण तथा स्वतंत्र रूप से किया जाता है, साधारण क्रिया विशेषण  कहलाते हैं।

उदाहरण –

अरे तुम क्या कर रहे हो।

यह कार्य तुमने अच्छी तरह से किया।

2. संयोजक क्रिया विशेषण 

ऐसे अव्यय जो वाक्य में किसी क्रिया के होने अथवा जुड़ने का के बारे में बोध कराते हैं संयोजक क्रिया विशेषण  कहलाते हैं।

उदाहरण –

जिस जगह तुम बैठे हो, वह मेरी जगह है।

तुम्हारे जाने के लिए, मैने टिकिट बुक किया है।

जहाँ भी मैं जाता हूँ, तुम वहाँ आ जाते हो।

3. अनुबद्ध क्रिया विशेषण

अनुबद्ध क्रिया विशेषण अव्यय वाक्य में प्रयोग होने वाली क्रिया की निश्चितता को दर्शाता है।

उदाहरण –

तुम्हरा काम पूरी तरह से गलत है।

तुम यह बिल्कुल सही कर रहे हो।

यह कार्य तुमने बिल्कुल सही किया है।

3. रूप के आधार पर

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण अव्यय को तीन भागों में विभाजित किया गया है –

मूल क्रिया विशेषण

स्थानीय क्रिया विशेषण

यौगिक क्रिया विशेषण

1. मूल क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण जिनमे किसी प्रत्यय की आवश्यकता नही होती है मूल क्रिया विशेषण अव्यय कहलाते हैं –

उदाहरण –

वह मुझसे बहुत दूर बैठा है।

उसने मुझे डोर से ही गाना सुनाया।

2. स्थानीय क्रिया विशेषण

ऐसे अव्यय जो एक विशेष स्थान पर उपयोग किये जाते हैं स्थानीय क्रिया विशेषण कहलाते हैं। इनमें किसी भी तरह का बदलाव नही किया जाता है।

उदाहरण –

तुम भागकर क्यों जाते हो।

वह अपना हाथ पढ़ता है।

3. यौगिक क्रिया विशेषण

ऐसे अव्यय जो दूसरे शब्दो मे प्रत्यय का प्रयोग करके बनाये जाते हैं यौगिक क्रिया विशेषण अव्यय कहलाते हैं।

जैसे – आजन्म, सायं, सबेरे, प्रेमपूर्वक, क्रमशः, रातभर, मन से इत्यादि।

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