अक्षर – परिभाषा, भेद, प्रकार, उदाहरण

यदि आपने हमारे पिछले ‘वर्ण’ के लेख को पढ़ा है, तो आपको याद होगा कि वर्ण के मौखिक या उच्चारित रूप को ‘ध्वनि’ कहते हैं, जबकि वर्ण का लिखित रूप अक्षर (Letter) कहलाता है। इस लेख में हम वर्ण के इस लिखित रूप ‘अक्षर’ की चर्चा करेंगे। आइये शुरू करते हैं! अक्षर का शाब्दिक अर्थ … Read more

अलंकार किसे कहते हैं – परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण

वह साहित्यक तत्व जो भाषा या काव्य की शोभा को बढ़ाए वह अलंकार कहलाते है। अलंकार का कार्य शब्दों को अलंकृत करना तथा उन्हें सुसज्जित करना होता है। अलंकारों का प्रयोग करने से वाक्यों की सरंचना तथा उसके अर्थ का प्रभाव बढ़ जाता है। हिंदी साहित्य के साहित्यकारों ने तो अलंकारों की तुलना किसी स्त्री … Read more

लिपि किसे कहते है परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

वर्णों के लिखने की प्रणाली को लिपि कहा जाता है। भाषा को बोला जाता है जबकि उसी भाषा को वर्णों के द्वारा लिखा जाता है और इसी प्रणाली को लिपि का नाम दिया जाता है। संसार का प्रत्येक मनुष्य अपने ज्ञान को लिखित रूप से सुरक्षित रख सकता है और उसे अपनी आने वाली संतानो … Read more

रस – परिभाषा, भेद और उदाहरण – हिन्दी व्याकरण, Ras in Hindi

रस शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है ‘आनंद‘।काव्य को पढ़ते समय जिस आनंद की अनुभूति होती है उस अनुभूति कोही ‘रस‘ कहा जाता है। रस को साहित्य की आत्मा कहा जाता है।  जिस प्रकार से किसी औषिधि में रस नहीं होता तो वह निष्प्राण होती है और जिस भोजन में रस नहीं है वह नीरस … Read more

धातु किसे कहते है तथा इसके कितने भेद होते है।

धातु की परिभाषा (Dhatu ki Paribhasha) क्रिया का मूल रूप धातु कहलाता है।जिन मूल अक्षरों से ‘क्रिया‘ का निर्माण होता है, वह मूल शब्द धातु कहलाते है।  क्रियापद का वह अंश जो क्रिया के प्राय: सभी रूपों में पाया जाता है, उसे धातु कहा जाता है। सधारण शब्दों में कहा जाये तो ‘जिन शब्दों से … Read more

लिखित भाषा किसे कहते है, और इसका क्या महत्व है ।

लिखित भाषा की परिभाषा – जब मनुष्य अपने मन के भावों को मुँह से न बोलकर लिखकर व्यक्त करता है तो उसके द्वारा लिखे गए उन सब विचारों को ‘लिखित भाषा कहा जाता है।  साधारण शब्दों में कहें तो जब हम अपने विचारो को बोलने की जगह लिखकर दूसरों के समक्ष व्यक्त करते है तो … Read more

वचन क्या है, परिभाषा, प्रकार (भेद) एवं उदाहरण

वचन की परिभाषा संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया और विशेषण के जिन शब्दों के रूपों से संख्या का बोध हो, उसे वचन (Number) कहा जाता है। अन्य शब्दों में,शब्दों के संख्या बोधक विकारी रूप को वचन के रूप में जाना जाता है। उदाहरण के लिए,गमले से फूलों की सुगंध आ रही है। इस वाक्य से हमें पता … Read more

संधि किसे कहते हैं भेद, परिभाषा, उदाहरण

संधि किसे कहते हैं हिन्दी में संधि शब्द का तात्पर्य है – दो या दो से अधिक वर्णों या शब्दों का योग (मेल)। अतः हिन्दी व्याकरण में जब दो वर्णों या दो ध्वनियों का योग किया जाता है, तो शब्दों के वास्तविक रूप में परिवर्तन हो जाता है, इस परिवर्तन को ही संधि कहा जाता … Read more

लिंग किसे कहते हैं । लिंग के भेद, परिभाषा, उदाहरण

संज्ञा के जिस शब्द के प्रयोग से किसी वस्तु या व्यक्ति के स्त्री या पुरुष होने का बोध हो तो उसे लिंग कहा जाता है।  दूसरे शब्दों में कहें – तो संज्ञा के जिस रूप के द्वारा किसी वस्तु या व्यक्ति के स्त्री या पुरुष जाति के होने का बोध हो तो व्याकरण में उसे … Read more

समास किसे कहते हैं । समास के भेद, परिभाषा, उदाहरण

समास शब्द का शाब्दिक अर्थ है – संक्षिप्तीकरण। इसे दूसरे रूप में ‘संक्षेप’या संक्षिप्तीकरण भी कह सकते हैं। इसके शाब्दिक अर्थ से ही पता चलता है कि ये शब्दों को संक्षिप्त करने की कोई व्याकरणीय प्रक्रिया है। समास किसे कहते है? जब दो या दो से अधिक शब्दों के संयोग से किसी एक नए और … Read more