चेचक, चिकन पॉक्स और माता आना यह एक सामान्य, लेकिन पीड़ा देने वाली बीमारी है। इस बीमारी से शरीर में लाल फुंसियां निकल आती है जो बहुत दर्द देती है। चलिए इसके बारे में थोड़ा विस्तार में जानते हैं
चिकन पॉक्स या चेचक क्या है ?
इस अवस्था में पूरे शरीर में लाल दाने और चकत्ते पड़ जाते हैं, जो काफी पीड़ा देते हैं यह दाने देखने में भी अजीब लगते हैं।
चेचक “वरिसोला ज़ोस्टर वायरस” के इंफेक्शन के कारण शरीर में फैलते हैं यह एक छुआछूत बीमारी है जो साथ रहने वाले व्यक्ति को भी हो सकती है यह बीमारी के लक्षण दूसरे व्यक्तियों में दिखाई देने में 20 दिन तक समय लग सकता हैं।
चेचक के लक्षण क्या है ?
- शरीर में खुजली होना
- शरीर पर लाल चकत्ते और दाने का निकालना
- शरीर कमजोर हो जाना
- दानो के आसपास सूजन का आ जाना
- सिर दर्द और बुखार होना
- दानों में पानी भर जाना
- गला बैठ जाना और नाक का बहना
- बार-बार उल्टी करने का मन करना
- शरीर पर पित्ती का निकलना
- चेचक कभी भी हाथ में छाती में या कुहनी की सामने नहीं निकलते
- दाने सूखने पर दाग छोड़ना चेचक का लक्षण है।
- पीठ में दर्द होना
- दाने में जलन का महसूस होना
- बार – बार बुखार का उतरना और चढ़ना
चेचक किस कारण होते हैं ?
चेचक होने के पीछे सबसे बड़ा कारण है वरिसला जोस्टर वायरस, यह वायरस शरीर में वायरस संक्रमण के कारण आते हैं जो चिकन पॉक्स का कारण बनते हैं। जिसे चिकन पॉक्स होता है उनके संपर्क में आने से भी यह होता है।
#1. नीम के पत्ते
चेचक में नीम के पत्ते बहुत कारगर होते हैं, इसके लिए नीम के पत्ते को पीसकर प्रभावित जगह पर लगाएं और इसके साथ आप नहाने के पानी में नीम की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्योंकि नीम में पाए जाने वाले एंटीवायरल चेचक को ठीक करने में सहायक होते हैं।
#2. गाजर का सूप
इस उपचार में 100 ग्राम गाजर लेकर और 50 ग्राम धनिया को काट कर, एक कप पानी में इसे अच्छे से उबाल लीजिये और इससे तब तक उबालें जब तक की आधा पानी सूख नहीं जाता। यदि आप 1 महीने तक ऐसा ही करते हैं तो इससे चेचक की बीमारी में काफी फर्क दिखाई देने लगेगा।
#3. काली मिर्च
चिकन पॉक्स को ठीक करने के लिए आप एक चम्मच प्याज के रस में 2 – 3 काली मिर्च डाल कर, दिन में दो-तीन बार इसका सेवन करें इस उपाय से छोटी और बड़ी माता दोनों ठीक होती है।
#4. सिरके का इस्तेमाल करें
चेचक में खुजली होती है और इस खुजली में राहत पाने के लिए आप नहाने के पानी में सिरके को मिलाकर स्नान कर सकते हैं यह तरीका आपको काफी राहत देगा।
#5. हरा मटर
चिकन पॉक्स की अवस्था में शरीर में लाल चकत्ते दिखाई देने लगते हैं जो बहुत अजीब लगते हैं इसे ठीक करने के लिए आप मटर के पानी को शरीर में लगा सकते हैं इसके लिए आप पानी में मटर को पकाकर इसके पानी को पूरे शरीर में लगा सकते हैं।
#6. बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा में पाए जाने वाले जीवाणुरोधी गुण चेचक को ठीक करते हैं, इस उपचार के लिए आप पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर फिर एक पतले कपड़े की सहायता से इसमें भिगोकर प्रभावित स्थान पर अच्छे से लगाए और कुछ समय के लिए सूखने के लिए छोड़ दें।
#7. शहद
चिकन पॉक्स के दानो को ठीक कर करने के लिए शहद का उपयोग एक अच्छा उपचार है यह खुजली को भी दूर करता है इसके लिए आप शहद को लाल चकत्ते और दाने वाले स्थान पर लगा सकते हैं।
#8. विटामिन ई का तेल
चेचक में आराम पाने के लिए आप शरीर पर विटामिन ई का तेल लगा सकते हैं यह उपचार चेचक को काफी हद तक सही करता है।
#9. अदरक
चिकन पॉक्स के उपचार के लिए ठंडे बाथटब में अदरक डालकर कुछ समय के लिए छोड़ दें, फिर उसके कुछ समय बाद इसके पानी में बैठे रहे इससे चिकन पॉक्स में होने वाली खुजली और जलन दोनों में राहत मिलेगी।
#10. लहसुन
माता आने पर दाने वाले स्थान पर लहसुन के रस को लगाएं इस उपाय से चेचक में होने वाले दाने कम होते हैं और दानों में होने वाली जलन ठीक होती है
चेचक में यह सावधानियां बरते :
- चेचक होने वाले व्यक्ति को अलग तौलिया और बिस्तर दें।
- चेचक वाले व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें, ताकि वह आप के संपर्क में ना आये।
- अधिक तेल मसाले वाला भोजन का सेवन ना करें
- ऐसी स्थिति में घर पर ही रहे, बाहर ना घूमे।
- चिकन पॉक्स में खानपान का अधिक ध्यान रखें
चेचक, चिकन पॉक्स में क्या खाना – पीना चाहिए
- अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चाहिए
- चिकन पॉक्स में आप उबली हुई सब्जियां खा सकते हैं जो चिकन पॉक्स को ठीक करती है
- चेचक के दौरान आप पूरा पोषक तत्व ले, इसके लिए आप फल फ्रूट का सेवन करें
- सुबह के समय नारियल के पानी का सेवन करें, यह वायरस से लड़ने की शक्ति देता है
- चिकन पॉक्स में आप दही का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसमें भर – भर के कैल्शियम होता है जो शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं
आखरी शब्द : जब चेचक होता है तो काफी लोग परेशान हो जाते, वह चेचक को गंभीर समस्या मानते हैं लेकिन यदि चेचक का सही ढंग से उपचार किया जाए तो और नियमित रूप से परहेज करने पर इससे जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है