अन्योक्ति का अर्थ होता है किसी अन्य के प्रति कही गई युक्ति। अन्योक्ति अलंकार अर्थालंकार के अंतर्गत आता है। अब इस लेख में हम अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा तथा उदाहरण के बारे में पढ़ने वाले हैं। आपको अन्योक्ति अलंकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में प्राप्त हो जाएगी।
अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा
जब किसी दूसरे के बारे में कोई बात युक्ति के माध्यम से की जा रही हो तों वहाँ पर अन्योक्ति अलंकार होता है।
अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण
फूलों के आस- पास रहते हैं
फिर भी काँटे उदास रहते हैं।
उपरोक्त दिए गए वाक्य में कांटो के बारे में युक्ति के माध्यम से वर्णन किया गया है अतः अन्योक्ति अलंकार का उदाहरण होगा।
नहीं पराग नहीं मधुर मधु, नहिं विकास यहि काल।
अली कली ही ते बंधुओं आगे कौन हवाल।।
उपर्युक्त दी गई पंक्तियों में कवि के द्वारा भौंरे को निशाना बनाते हुए महाराज जयसिंह को उनकी यथार्थ स्थिति का आभास कराने का प्रयास किया है क्योंकि महाराज अपनी छोटी रानी के प्रेम में सब कुछ भूल चुके हैं।
इस लेख में आपको अन्योक्ति अलंकार के बारे में उदाहरण सहित समस्त जानकारी दी गई है यदि आपको इस लेख में दी गई जानकारी पसन्द आयी हो तो इसे आगे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।