Hindu Festivals (Tyohar) – हिन्दू उत्सवों व पर्वों की सूची 2024

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भारत त्योहारों का देश है भारत में एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं बल्कि अनेकों त्यौहार मनाये जाते हैं वैसे देखा जाए तो हिंदू धर्म में हर दिन  कुछ विशेष होता है। अगर हम उसे भी कोई त्यौहार कहे, तो गलत नहीं होगा।

हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों के नाम यहां दिए गए हैं लेकिन पहले जानते हैं कि…

> त्योहार का अर्थ : हिंदी भाषा में त्यौहार का अर्थ है – कोई उत्सव या पर्व। भारत की संस्कृति त्योहारों का विशेष स्थान रहा है। साल में 12 महीने होते हैं और लगभग हर महीने में कोई ना कोई त्यौहार आता ही है। सारा साल त्योहारों में ही गुजर जाता है।

> त्योहार का महत्व : भारत देश में त्योहारों का महत्व हमेशा से ही अधिक रहा है क्योंकि हिंदू धर्म में “पर्व” हिनता की भावना को समाप्त करता है, और छल, दुख को खत्म करने में सहायता करता है।

“उत्सव” पवित्रता का एक बड़ा रूप माना जाता है। इसीलिए सभी धर्मों के लिए अपना – अपना त्योहारों का महत्व है। फिर चाहे वह हिंदू धर्म हो, इसाई धर्म हो या मुस्लिम धर्म।

> भारत के महत्वपूर्ण सांकृतिक त्यौहार :

त्यौहार का नाम           2022

1. दिवाली                24 अक्टूबर

2. दशहरा                 5 अक्टूबर

3. होली                  18 मार्च

4. जन्माष्टमी            18 अगस्त

5. गणेश चतुर्थी         31 अगस्त

6. रक्षाबंधन            11 अगस्त

7. ईद                    9 जुलाई

8. क्रिसमस             25 दिसंबर

9. गुरु नानक जयंती   8 नवंबर

> भारत के अन्य धार्मिक त्यौहार :

त्यौहारों का नाम      2022

1. महाशिव रात्रि      1 मार्च

2. फुलेरा दूज         4 मार्च

3. गुड फ्राइडे         15 अप्रैल

4. ईस्टर               17 अप्रैल

5. रंग पंचमी          22 मार्च

6. गुड़ी पड़वा         2 अप्रैल

7. राम नवमी.        10 अप्रैल

8. गणगौर            18 मार्च

9. अक्षय तृतीया       3 मई

10. बुद्ध पूर्णिमा     16 मई

11. गंगा दशहरा.       6 जून

12. मिथुना संक्राती     15 जून

13. जगन्नाथ रथ यात्रा   1 जुलाई

14. जयापार्वती व्रत.    11 जुलाई

15. हरियाली तीज.     31 जुलाई

16. नाग पंचमी         2 अगस्त

17. उपाकर्म               –

18. कजरी तीज.       14 अगस्त

19. बहुला चौथ         15 अगस्त

20. हर छठ             17 अगस्त

21. पर्युषण                   –

22. हरतालिका तीज.   30 अगस्त

23. ऋषि पंचमी        1 सितंबर

24. संतान सप्तमी      4 सितंबर

25.  महालक्ष्मी व्रत     17 सितंबर

26. अनंत चतुर्दशी       30 अगस्त

27. जीवित्पुत्रिका.              –

28. नवरात्री                    26 सितंबर

29. बठुकम्मा महोत्सव         –

30. नवपत्रिका पूजा.        2 अक्टूबर

31. सरस्वती पूजा.           5 फरवरी

32. शरद पूर्णिमा / कोजागरी व्रत 9 अक्टूबर

33. करवाचौथ               13 अक्टूबर

34. अहौई अष्टमी.           17 अक्टूबर

35. धनतेरस                 23 अक्टूबर

36. नरक चतुर्दशी           24 अक्टूबर

37. आद्य काली पूजा.         24 अक्टूबर

38. गोवर्धन पूजा/ अन्नकूट   26 अक्टूबर

39. भैया दूज/ यम द्वितीया.   26 अक्टूबर

40. छठ पूजा                     30 अक्टूबर

41. गोपाष्टमी                      1 नवम्बर

42. अक्षय आँवला नवमी        24 नवम्बर

43. जगद्धात्री पूजा                    –

44. तुलसी विवाह                  20 नवम्बर

45. वैकुण्ठ चतुर्दशी.              27 नवम्बर

46. मणि कर्णिका स्नान.               –

47. विवाह पंचमी.               28 नवम्बर

48. मंडला पूजा                  27 दिसम्बर

वर्ष में 26 एकादशी व्रत का रखे जाते हैं। कहते जो यह व्रत रखता है उसके सारे दुख हर जाते है। इसका उदेश्य ही जीवन में दुखो को दूर रखना है।

एकादशी नाम      पक्ष        2022

1. सफला            कृष्ण      19 दिसम्बर

2. पौष पुत्रदा      शुक्ल        13 जनवरी

3. षष्ठीला            कृष्ण       28 जनवरी

4. जया             शुक्ल         12 फरवरी

5. विजया          कृष्ण          27 फरवरी

6. आमलकी       शुक्ल          14 मार्च

7. पापमोचिनी.     कृष्ण.          28 मार्च

8. कामदा         शुक्ल            12 अप्रैल

9. वरुठिनी          कृष्ण          26 अप्रैल

10. मोहिनी         शुक्ल             12 मई

11. अपरा          कृष्ण             26 मई

12. निर्जला.        शुक्ल              11 जून

13. योगिनी.        कृष्ण                 24 जून

14. देव शयनी      शुक्ल         10 जुलाई

15. कामिका         कृष्ण           4 जुलाई

16. पुत्रदा          शुक्ल            8 अगस्त

17. अजा            कृष्ण           23 अगस्त

18. परिवर्तिनी     शुक्ल           17 सितम्बर

19. इंदिरा            कृष्ण            21 सितंबर

20. पापांकुशा.     शुक्ल.            6 अक्टूबर

21. रमा              कृष्ण             21अक्टूबर

22. प्रबोधिनी.        शुक्ल.           4 नवम्बर

23. उत्पन्ना             कृष्ण          20 नवम्बर

24. मोक्षदा           शुक्ल              3 दिसम्बर

25. पद्मिनी.          कृष्ण                 – –

26. परमा              शुक्ल                 – –

यहाँ 12 मासिक पूर्णिमा व्रत दिए गए है। पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपने पूरे रूप में होता हैं इस दिन व्रत का अधिक महत्व होता हैं।

> 12 मासिक पूर्णिमा व्रत, महत्व और तिथि :

मासिक पूर्णिमा      महत्व              2022

1. चैत्र              हनुमान जयंती.       16 अप्रैल

2. वैशाख          बुद्ध जयंती          16 मई

3. ज्येष्ठ              वट सावित्री         29 मई

4. आषाढ़            गुरू पूर्णिमा      13 जुलाई

5. श्रावण पूर्णिमा   रक्षाबंधन.         11 अगस्त

6. भाद्रपद पूर्णिमा  श्राद्ध/ पितृ        9 सितंबर

7. आश्विन शरद         पूर्णिमा.           9 अक्टूबर

8. कार्तिक पूर्णिमा.       –                  8 नवम्बर

9. अग्रहण्य पूर्णिमा.       –                    –

10. पौष पूर्णिमा           –                17 जनवरी

11. माघ                 माघ मेला.           –

12. फाल्गुन              होली              18 मार्च

> 12 मासिक अमावस्या व्रत, महत्व और तिथि :

मासिक पूर्णिमा     महत्व                        2022

1. चैत्र              चैत्र अमावस्या                 31 मार्च

2. वैशाख        बैसाख अमावस्या.            30 अप्रैल

3. ज्येष्ठ            शनि जयंती                  30 मई

4. आषाढ़      सोमवती अमावस्या           28 जून

5. श्रावण        श्रावण अमावस्या           27 जुलाई

6. भाद्रपद       पिठोरी अमावस्या                –

7. आश्विन      सर्व पितृ अमावस्या          24 सितम्बर

8. कार्तिक           दीवाली.                        –

9. अग्रहण्य.   मार्गशीर्ष अमावस्या          24 नवम्बर

10. पौष         पौष अमावस्या                   –

11. माघ         मौनी अमावस्या             12 फरवरी

12. फाल्गुन.           सूर्य ग्रहण                  –

>17 मासिक त्यौहार (पवित्र माह) :

1. कालाष्टमी        

2. प्रदोष प्रति            

3. मासिक शिव रात्रि

4.संकष्टी चतुर्थी  

5. भानु सप्तमी  

6. स्कन्दा षष्ठी    

7. रोहिणी व्रत      

8. सत्य नारायण पूजा

9. मंगला गौरी / गौरी पूजा

10. धनुर्मास

11. श्रावण/ सावन महत्व

12. अधिक मास महत्व

13 कोकिला व्रत

14. कार्तिक माह महत्व

15. चातुर्मास/ चौमासा

16. महाकुम्भ नासिक

17. महाकुम्भ उज्जैन

> किसान के कटाई त्यौहार :

त्यौहार का नाम           2022

1. लोहड़ी                 5 फरवरी

2. मकर संक्रांति         14 जनवरी

3. बसंत पंचमी.          5 फरवरी

4. बैसाखी                14 अप्रैल

5. ओणम                 8 सितंबर

6. पोला                         –

> 5 इस्लामिक त्यौहार :

नाम                    2022

1. ईद                   2 मई

2. रमजान            2 अप्रैल

3. बकरीद            9 जुलाई

4. अल हिजरा इस्लामिक न्यू इयर 29 जुलाई

5. मुहर्रम/ आशुरा    9 अगस्त

Conclusion : सारा साल भारत त्यौहार में मगन रहता है। कहां जाता है की हर उत्सव एक विशेष उद्देश्य के लिए बना है।

> Frequently Asked Questions :

#1. हिंदुओं का प्रसिद्ध त्योहार कौन सा है?

Ans : दशहरा भारत के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है।

#2. भारत के धार्मिक पर्व कौन कौन से हैं?

Ans : दिवाली, दशहरा, महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, होली, पोंगल

#3. हिंदू धर्म में सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?

Ans : हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि है।

#4. मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?

Ans : मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा त्यौहार कुम्भ का मेला है।

#5. दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?

Ans : पूरे एशिया में इस्लाम का सबसे बड़ा धर्म है।

#6. मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?

Ans :  12 रबीउल अव्वल।

#7. सभी त्यौहार का लक्ष्य क्या है?

Ans : मिलजुल कर रहना।

#8. भारत में सबसे ज्यादा त्यौहार कौन सा मनाया जाता है?

Ans : मकर संक्रांति ,वसंत पंचमी, महा शिवरात्रि, होली, राम नवमी आदि।

#9. त्योहार मनाने से क्या लाभ है?

Ans : परिवार से मिलने-जुलने का अवसर मिलता है।

#10. मध्य प्रदेश का लोक गीत कौन सा है?

Ans : गरबा स्त्रीपरक।

#11. मालवा उत्सव कब मनाया जाता है?

Ans :  1 जनवरी को।

#12. सबसे पवित्र धर्म कौन सा है?

Ans : हिन्दू धर्म।

#13. हिंदुओं के अलावा भारत में और कौन से धार्मिक समूह दिवाली मनाते हैं?

Ans : सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म।

#14. यदि त्योहार न होते तो क्या होता?

Ans : दुनिया बेरंग लगती।

#15. त्योहार हमें क्या संदेश देते हैं?

Ans : हमेशा खुश रहना।

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