कर्ता कारक की परिभाषा, प्रयोग एवं उदाहरण

आज के इस लेख में हम कर्ता कारक के बारे में पड़ने वाले हैं। यह कारक का एक महत्वपूर्ण भाग है जो कि आपकी परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इस लेख में आप कर्ता कारक के प्रयोग के बारे में विस्तार से पढ़ेगें।

कर्ता कारक की परिभाषा

किसी भी वाक्य में उपस्थित ऐसी संज्ञा अथवा सर्वनाम जिससे वाक्य में क्रिया होने का बोध होता है , वह कर्ता कारक कहलाता है।

साधारण शब्दों में कहे तो क्रिया करने वाले को कर्ता कहते हैं।

कर्ता कारक के प्रयोग

कर्ता कारक को दो भागों में विभाजित किया गया है-

  • अप्रत्यय कर्ता कारक
  • सप्रत्यय कर्ता कारक

1. अप्रत्यय कर्ता कारक

वाक्य में उपयोग होने वाले ऐसे कारक जिसमे ‘ने’ विभक्ति का प्रयोग नही किया जाता है अर्थात वाक्य में क्रिया के साथ लिंग, पुरूष, वचन, कर्ता के अनुसार प्रयोग किये जाते हैं। अप्रत्यय कर्ता कारक कहलाते हैं। इस कारक को प्रधान कर्ता कारक के नाम से भी जाना जाता है।

उदाहरण –

रोहन नाचता है।

इस वाक्य में नाचता एक क्रिया है जो कि कर्ता रोहन के वचन और लिंक के अनुसार प्रयोग किया गया है।

2. सप्रत्यय कर्ता कारक

ऐसे कारक जहाँ क्रिया पुरूष, लिंग और वचन के अनुसार प्रयोग न होकर कर्म के अनुसार प्रयोग किया जाता है। इन वाक्यों में विभक्ति ‘ने’ का प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार के कारक को सप्रत्यय कर्ता कारक कहते हैं।

उदाहरण

राहुल ने मिठाई खाई।

इस वाक्य में ने विभक्ति का प्रयोग किया गया है तथा क्रिया ‘खाई’ शब्द का प्रयोग कर्म मिठाई के अनुसार किया गया है।

कर्ता कारक के कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण

1. आज रोहित ने क्रिकेट खेला।

दिए गए इस उदाहरण में आप देख सकते है कि विभक्ति ‘ने’ का उपयोग किया गया है जो कि कर्ता कारक को दर्शाता है। जिससे कार्य करने वाले व्यक्ति का पता चल रहा है अतः यह कर्ता कारक का उदाहरण है।

2. विकास ने गाड़ी चलाई।

ऊपर दिये गए इस वाक्य में भी विभक्ति ने का प्रयोग किया गया है जो कि कर्ता कारक की पहचान के बारे में बता रहा है। ने विभक्ति कर्ता के बारे में जानकारी दे रहा है अतः यह कर्ता कारक का उदाहरण होगा।

3. रामू ने आम तोड़ा।

इस वाक्य में विभक्ति ‘ने’ का प्रयोग किया गया है जो कि कर्ता के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी दे रहा है अतः यह कर्ता कारक का महत्वपूर्ण उदाहरण है।

4. राजेश ने सन्तरा खाया।

दिए गए इस वाक्य में विभक्ति ने का प्रयोग किया गया है जो कि कर्ता की स्थिति को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर रही है। इस ने विभक्ति के कारण कर्ता की पहचान की जा रही है अतः यह एक कर्ता कारक का उदाहरण है।

इस लेख में हमने आपको कर्ता कारक के बारे में संक्षिप्त में जानकारी दी है यदि आपको यह जानकारी पसन्द आयी हो तो इस आगे जरूर शेयर करें।

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