हिंदी में आरतियां | संपूर्ण आरती संग्रह Aarti Sangrah Hindi Mein 

इस पेज पर आपको सभी भगवान जैसे राम, कृष्णा, शिव जी, सरस्वती और लगभग सभी भगवानों की आरतियों की सूची मिलेगी। हिंदू धर्म में आरती का विशेष महत्व है आइए जानते हैं क्यों ?

आरती का मतलब क्या होता है ?

यह एक ऐसी पूजन क्रिया है जिसमें घी या तेल के दीये की लौ जलाकर भगवान की मूर्तियां और तस्वीरों के सामने उसे घुमाया जाता है, जिसे आरती कहती है।

भगवान की आरती क्यों करते हैं ?

आरती हर पूजा के अंत होने पर की जाती है आरती वाली अवस्था में सभी लोग खड़े होकर आरती करते हैं। कई लोग इस समय नृत्य भी करते हैं।

ऐसा बोला जाता है कि भगवान की आरती उन्हें प्रसन्न करने के लिए की जाती है। यदि पूजन के समय कोई गलती हो जाती है तो वह परिहार हो जाती है।

आरती की सूची

  • बालकृष्ण की आरती
  • भैरूनाथ आरती
  • नरसिंह भगवान की आरती
  • यमुना जी की आरती
  • मुंबा देवी की आरती
  • यमराज की आरती
  • जानकीनाथ जी की आरती
  • दत्त आरती
  • द्वारकाधीश की आरती
  • जगन्नाथ जी की आरती
  • कैला मैया की आरती
  • श्री देवी जी की आरती
  • राम लक्ष्मण की आरती
  • भटियाणी माता की आरती
  • गिरिजा माता की आरती
  • अहिल्याबाई आरती
  • राणी सती दादी आरती
  • मकर संक्रांति आरती
  • त्रिमूर्तिधाम हनुमान जी की आरती
  • जगन्नाथ संध्या आरती
  • एकादशी माता की आरती
  • महाराजा अग्रसेन की आरती
  • नाग देवता की आरती
  • जीण माता की आरती
  • नैना देवी की आरती
  • श्याम बाबा की आरती
  • शिवाजी महाराज आरती
  • करवा चौथ की आरती
  • भट्रकाली की आरती
  • ज्वाला माता की आरती
  • चंद्रमा की आरती
  • कामाख्या देवी की आरती
  • करणी माता की आरती
  • चंद्रप्रभु आरती
  • झूलेलाल आरती
  • शिवरात्रि की आरती
  • परुषोत्तम देव की आरती
  • दशा माता की आरती
  • वामन भगवन की आरती
  • नाकोड़ा भैरव देव की आरती
  • भारत माता की आरती
  • बाबोसा की आरती
  • गुरु नानक जी की आरती
  • विठ्ठल आरती
  • चार धाम आरती
  • आद्यशक्ति नी आरती
  • पीपा जी की आरती
  • सुंधा माता की आरती
  • जोतराम बाबा की आरती
  • देवनारायण भगवान की आरती
  • बालकृष्ण की आरती
  • भैरूनाथ आरती
  • भागवत भगवान की आरती
  • बाबा बालक नाथ की आरती
  • केदारनाथ की आरती
  • गौ माता की आरती
  • बद्रीनाथ की आरती
  • गोलू देवता की आरती
  • बाबा मोहन राम की आरती
  • धर्मराज की आरती
  • शिव स्तुति
  • कार्तिकेय आरती
  • सत्यनारायण भगवान की आरती
  • चित्रगुप्त जी की आरती
  • कुबेर जी की आरती
  • सिद्धिविनायक आरती
  • दाऊजी महाराज की आरती
  • संकटा माता की आरती
  • ‘सीता माता की आरती
  • श्री चिंतपूर्णी देवी की आरती
  • धन्वन्तरि आरती
  • शैलपुत्री माता की आरती
  • ब्रह्मचारिणी माता की आरती
  • चंद्रघंटा माता की आरती
  • कुष्मांडा माता की आरती
  • स्कंदमाता की आरती
  • कात्यायनी माता की आरती
  • कालरात्रि माता की आरती
  • महागौरी की आरती
  • सिद्धिदात्री माता की आरती
  • रावण की आरती
  • नाग देवता की आरती

Conclusion : हमारी कोशिश रही है कि हम सभी देवी – देवताओं की आरती आपके सामने रखें, ताकि पूजन के समय आप इन्हे घर या मंदिरों में गा सके।

Frequently Asked Question

Q1. आरती कैसे करनी चाहिए ?

Ans : जो लोग आरती करना नहीं जानते उनके लिए हम बता रहे हैं कि पहले दीये को भगवान के चरणों के पास 4 बार घुमाये, फिर दो बार शरीर के मध्य में और दो बार मुख के पास, फिर उसके बाद पूरे अंगों पर 7 बार घुमाये।

Q2. आरती में किस बात का ध्यान रखना चाहिए ?

Ans : दीये को इस तरह व्यव्स्तित करना चाहिए कि वह आरती के समय जलती रहे। आरती करते समय बोलना, चीखना नहीं चाहिए इससे आरती खंडित हो सकती है।

Q3. सबसे प्रसिद्ध भगवान की आरती कौन सी है ?

Ans :  मां लक्ष्मी जी की आरती, मां सरस्वती, काली मां की आरती, गणेश जी की आरती, यह सबसे अधिक प्रसिद्ध आरती है जो ज्यादातर मंदिरों और घरों में गाई जाती है।

Q4. आरती की थाली कैसी होनी चाहिए ?

Ans : आरती की थाली चांदी, तांबे या पीतल की धातु की होनी चाहिए। यदि आप इनमे से किसी थाली का इंतजाम नहीं कर सकते, तो आप  बांस की डालियों से एक थाली बना कर उसे इस्तेमाल में ले सकते है।

Q5. आरती का समय क्या होता है ?

Ans : 12:00 से 4:00 तक कोई भी आरती नहीं करनी चाहिए। 12 बजे से पहले और 4:00 बजे के बाद आप आरती कर सकते हैं। 

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