आज के इस आर्टिकल में हम सम्बोधन कारक के बारे में पढ़ने वाले हैं। सम्बोधन कारक भी कारक का एक महत्वपूर्ण भेद है इस लेख में आप सम्बोधन कारक की परिभाषा और सम्बोधन कारक के उदाहरण के बारे में पढ़ेगें तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।
सम्बोधन कारक की परिभाषा
वाक्य में प्रयोग किये जाने वाले ऐसे शब्द जिनका प्रयोग किसी को पुकारने, बोलने या बुलाने के लिये किया जाता है। ऐसे शब्दों को सम्बोधन कारक कहते हैं।
सम्बोधन कारक में विभक्ति अजी, हे, अरे का प्रयोग किया जाता है तथा सम्बोधन कारक वाले वाक्यों में विराम चिन्ह के स्थान पर ( ! ) का प्रयोग किया जाता है।
सम्बोधन कारक के उदाहरण
हे भगवान! उसके साथ ऐसा क्यों हुआ।
उपर्युक्त दिए गए उदाहरण में विभक्ति हे का प्रयोग किया गया है जिसके साथ विराम चिन्ह के स्थान पर ( ! ) का प्रयोग भी किया गया है। इससे स्पष्ट है कि उदाहरण में भगवान को पुकारा जा रहा है अतः यह सम्बोधन कारक का उदाहरण होगा।
अरे ! तुमने इतनी जल्दी इतना कार्य कैसे कर लिया।
ऊपर दिए गए इस वाक्य में अरे विभक्ति का प्रयोग किया गया है जिसके साथ में विराम चिन्ह के स्थान पर ( ! ) का प्रयोग भी हुआ है, जिससे स्पष्ट है कि आश्चर्यचकित होकर संबोधन किया जा रहा है अतः यह वाक्य संबोधन कारक का उदाहरण है।
हे ईश्वर! सभी लोगों की रक्षा करें।
दिए गए इस बात के में विभक्ति हे का प्रयोग किया गया है जिसके साथ में संबंधबोधक चिन्ह का प्रयोग भी हुआ है तथा वाक्य में ईश्वर से संबोधन किया जा रहा है कि सभी लोगों की रक्षा करें अतः यह संबोधन कारक का उदाहरण है।
अरे भाई ! तुम बहुत दिनों से दिखाई क्यों नहीं दे रहे।
उपर्युक्त दिए गए इस वाक्य में अरे विभक्ति का प्रयोग किया गया है जिसके साथ में ( ! ) चिन्ह का प्रयोग भी किया है इस वाक्य में किसी व्यक्ति से संबोधन द्वारा प्रश्न किया जा रहा है जिससे यह संबोधन कारक के उदाहरण के अंतर्गत आएगा।
संबोधन कारक के अन्य उदाहरण
- अरे भाई! तुम ऐसा क्यों कर रहे हो
- हे ईश्वर! सब कुछ सही करे।
- अरे! मोहन तुम कहां जा रहे हो।
- अजी! सुनिए जरा।
- अरे! यह तो बहुत बड़ा है।
- अरे बच्चों! शांति का माहौल बनाओ।
- अरे भाई! तुम वहां क्यों जा रहे हो।
इस लेख में हमने आपको संबोधन कारक के बारे में जानकारी दी है यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।