इस लेख में हम सार्वनामिक विशेषण के बारे में पढ़ने वाले हैं। यह विशेषण का महत्वपूर्ण भाग है तथा आपकी परीक्षा के लिए उपयोगी हो सकता है अतः इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़े।
सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा
वह सर्वनाम शब्द जो किसी वाक्य की संज्ञा के साथ प्रयोग होकर संज्ञा शब्दों की विशेषता बताने का कार्य करते है उन शब्दों को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। आसान भाषा मे कहे तो संज्ञा शब्दो की विशेषता के बारे में बताने वाले सर्वनाम शब्द सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।
जैसे – वह पेड़ बहुत बड़ा है।
इस वाक्य में संज्ञा है तथा जिसके आगे वह सर्वनाम का उपयोग किया गया है जो कि पेड़ की विशेषता बता रहा है अतः अब ‘वह’ शब्द इस वाक्य में सर्वनाम ना होकर सार्वनामिक विशेषण की तरह कार्य करेगा।
सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
- वह लड़का घर नहीं गया है।
- इस पानी को गंदा किसने किया।
- वह बहुत पुराना पेड़ है।
- वह मेरे घर पर नहीं आता है।
- किसी को भेजकर बाजार से सामान मंगवा लो।
- रोहित के घर पढ़ने जाता है।
- वह व्यक्ति मुझे बस में मिला था।
सार्वनामिक विशेषण के भेद
इसको छः भेदों में बॉटा गया है जिनको आप निम्नलिखित देख सकते हैं-
- मूल सार्वनामिक विशेषण
- संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण
- यौगिक सार्वनामिक विशेषण
- प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
- निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
- अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
1. मौलिक सार्वनामिक विशेषण
ऐसे सर्वनाम शब्द जो अपने रूप में परिवर्तित हुये बिना संज्ञा के साथ प्रयोग होकर संज्ञा की विशेषता बताते हैं उनको मौलिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
जैसे – वह आदमी, यह लड़का, वह स्कूल, कोई व्यक्ति इत्यादि।
उदाहरण
- यह लड़का मुझे कल मिला था।
- क्या कोई व्यक्ति उसकी मदद कर सकता है?
- वह स्कूल नही बहुत दूर है।
2. संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण
ऐसे शब्द जो वाक्य में प्रयुक्त होकर सर्वनाम और संज्ञा शब्दों के संबंधों की विशेषता बताते हैं उन शब्दों को संबंधवाचक सर्वनाम विशेषण कहते हैं।
जैसे – तुम्हारा, हमारा, तेरा, उसका, मेरा, इसका, जिसका, उनका इत्यादि।
उदाहरण
- यह जिसका सांकन है वह ले जाये।
- मेरा घर यहाँ से दूर है।
- तुम्हारा स्कूल यहाँ से कितने दूर है।
- तुम्हारा पेन मेरे पास है।
3. यौगिक सार्वनामिक विशेषण
वह शब्द जो वाक्यों में मूल रूप से कैसे, ऐसे, जैसे, उतना, इतना इत्यादि जो कि सर्वनाम में प्रत्यय का प्रयोग करने से बनते हैं जो कि संज्ञा की विशेषता बताते हैं, वह शब्द यौगिक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।
उदाहरण
- आपको इतनी चोट कैसे लग गई।
- आप इतनी सारी मिठाई कैसे खा सकते हैं।
- जैसे ही आप उसको देखो तुरंत मुझे बताना।
- अगर आपको वैसे टी.वी. देखें तो मुझे बताना।
4. प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
जब किसी वाक्यों में क्या, कौन, कैसे इत्यादि शब्द को संज्ञा की विशेषता बताने के लिए उपयोग किया जाता है तो वह सब प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।
उदाहरण
- आप कहां जा रहे हो?
- आप क्या करते हैं?
- आप और आपका परिवार कैसा है?
- क्या आपने खाना खा लिया है?
- आप मेरे पास क्यो नही आये?
5. संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण
ऐसे संकेत वाचक शब्द जो किसी संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता के बारे में बताते हैं उन शब्दों को संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
जैसे – यह, वह, वहाँ, यहाँ इत्यादि।
उदाहरण
- वहां रखी साइकिल किसकी है।
- यह मोटरसाइकिल मेरी है।
- किताब को आप इस टेबल पर रख दो।
- वह क्यों रो रहा है।
- उस व्यक्ति को पैसों की आवश्यकता है।
6. अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
कुछ या कोई जैसे शब्दों को जब किसी वाक्यों में संज्ञा और सर्वनाम से पहले प्रयोग किया जाता है जो संज्ञा और सर्वनाम शब्दों की विशेषता के बारे में बताते हैं तो इन शब्दों को अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
उदाहरण
- मुझे अभी कुछ दूर तक जाना है।
- तुम मेरे लिए बाजार से कुछ खरीद कर लाए हो।
- मेरे साथ कोई भी नहीं जाएगा।
- मैं आज कोई काम नहीं करूंगा।