इस आर्टिकल में हम आपको भविष्य काल के बारे में बताने वाले हैं, इस लेख में आप भविष्य काल की परिभाषा, उदाहरण और भविष्य काल के प्रकार के बारे में पढेंगे। भविष्य काल हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है अतः इस लेख को अंत तक पूरा पढ़े।
भविष्य काल की परिभाषा
वाक्य में प्रयोग की गई क्रिया का ऐसा रूप जिससे आने वाले समय मे कार्य के होने या करने का बोध हो रहा हो, उन वाक्यों को भविष्य काल कहते हैं।
उदाहरण
- वह कल कानपुर जाएगा।
- वह पूरा काम कल करेगा।
- रमेश काल घर जाएगा।
- कल हम घूमने जायेगे।
- कल शायद बारिस होगी।
- कल मैं मिठाई खिलाऊंगा।
- कल से वर्ल्डकप सुरु होगा।
भविष्यकाल के प्रकार
भविष्य काल को तीन भागों में बॉटा गया है जो कि आप निम्नलिखित देख सकते हैं-
- सामान्य भविष्य काल
- संभाव्य भविष्यकाल
- आज्ञार्थ भविष्य काल
1. सामान्य भविष्य काल
क्रिया का वह रूप जिससे आने वाले समय मे कार्य के सामान्य रूप से संपन्न होने का बोध हो रहा हो, उसे सामान्य भविष्य काल कहते हैं।
उदाहरण –
- रीता कल घर जाएगी।
- नैना कल नई किताब लाएगी।
- वह कल स्कूल जाएगा।
- मैं कल मार्केट जाऊंगा।
- वह कल क्रिकेट खेलेगा।
- उसका रिजल्ट कल आएगा
2. संभाव्य भविष्यकाल
क्रिया का ऐसा रूप जिससे आने वाले समय (भविष्य) मे किसी कार्य के होने की संभावना अथवा होने में संदेह हो उसे संभाव्य भविष्यकाल कहते हैं।
उदाहरण –
- शायद कल मेरा रिजल्ट आएगा।
- शायद थोड़ी देर बाद बिजली चली जाएगी।
- शायद उसको यह बात पसन्द नही आएगी।
- कल शायद वह स्कूल जाएगा।
- कल शायद वह मार्केट जाएगा।
- अब शायद वह खाना खायेगा।
3. आज्ञार्थ भविष्य काल
क्रिया का वह रूप जिससे आने वाले समय (भविष्य) में किसी कार्य को करने की आज्ञा का बोध कराया जा रहा हो उसे आज्ञार्थ भविष्य काल कहते हैं।
उदाहरण –
- तुम कल अवश्य मुझसे मिलना।
- तुम कल मार्केट जरूर जाना।
- तुम कल कॉलेज जरूर आना।
- कल तुम स्कूल अवश्य आओगे।
- कल स्कूल में एग्जाम कैसे होगा।
- मीटिंग में तुम्हें अवश्य पहुंचना होगा।