स्त्रीलिंग की परिभाषा, शब्द एवं उदाहरण

आज के इस लेख में हम स्त्रीलिंग की परिभाषा के बारे में बात करने वाले हैं तथा इस लेख में हम पुल्लिंग की परिभाषा के साथ उदाहरण उदाहरण को समझने का प्रयास करेंगे, इस लेख में आपको स्त्रीलिंग के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी।

स्त्रीलिंग की परिभाषा

वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे संज्ञा शब्द जिनसे हमे स्त्री जाति के होने का बोध कराते हैं स्त्रीलिंग कहलाते हैं।

जैसे – 

निर्जीव :- सड़क, सजा, भीड़, धोती, टोपी, छत, किताब, मंजिल, परत, ईंट, ईर्ष्या, झोंपड़ी, गंगा, नदी, कुर्सी, शाखा आदि।

सजीव :- लड़की, भेद, माता, गाय, भैंस, लोमड़ी, बंदरिया, बकरी, मछली, बुढिया, नारी, शेरनी, रानी, बहन राजकुमारी आदि।

स्त्रीलिंग शब्द उदाहरण

तारीख एवं तिथि के नाम –

अमावस्या, पूर्णिमा,चतुर्थी, ग्यारस, पहली, प्रथमा, दूसरी, तीज, चौथ, पंचमी इत्यादि।

भाषा, बोलि तथा लिपि के नाम –

हिन्दी, अंग्रेजी, देवनागरी, संस्कृत, फ़ारसी, मराठी, उर्दू इत्यादि।

समूह वाचक संज्ञा –

टोली, भीड़, सेना, सभा, कक्षा इत्यादि।

प्राणी वाचक संज्ञा :

सौतन, संतान, धाय इत्यादि।

आभूषण एवं वस्त्रों के नाम –

टोपी, बिंदी, धोती, सलवार, कमीज़, अंगूठी, साडी, पेंट, चूड़ी आदि।

आहारों के नाम –

सब्जी, कचोरी, रोटी, पूरी, इटली इत्यादि।

पुस्तकों के नाम –

रामायण, गीता, महाभारत, कुरान, रामचरितमानस, बाइबिल आदि।

राशियों के नाम –

मीन, कन्या, कुम्भ, तुला, कर्क इत्यादि।

मसालों के नाम –

इलायची, हल्दी, लौंग, मिर्च, सौंफ, दालचीनी इत्यादि।

स्त्रीलिंग शब्दों के कुछ वाक्य में प्रयोग 

खटिया – मेरे घर में एक बहुत बड़ी खटिया है।

हल्दी – हल्दी हमारे स्वास्थ्य के लिये बहुत फायदेमंद है।

कन्या – कन्या मेरे भाई की राशि है।

रामायण – रामायण एक महाकाव्य है।

रामचरितमानस – रामचरितमानस तुलसीदास के द्वारा लिखी गयी थी।

एकता – अगर हम सब मे एकता रहेगी तो हम सभी मुसीबतो का सामना अच्छे से कर पाएंगे।

छत – तुम्हारी छत बहुत बड़ी  है।

तलाश – बहुत समय से हम इसकी तलाश कर रहे थे।

अंगूठी – हीरे की अंगूठी बहुत महंगी होती है।

सन्तान – सन्तान माता पिता के बुढ़ापे का सहारा होती है।

जॉंच – अभी इस मुद्दे पर गहन जॉंच चल रही है।

जंग – जंग किसी भी समस्या का समाधान नहीं होती है।

बन्दूक – इस बन्दूक से बहुत तेज आबाज होती है।

थकान – मेहनत का काम करने से बहुत जल्दी थकान हो जाती है।

तकदीर – तकदीर से ज्यादा और वक्त से पहले किसी को कुछ नहीं मिलता है।

आदत – हम सब को गलत आदत छोड़कर अच्छी आदत अपनानी चाहिये।

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